केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूलों में क्रेडिट सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है। क्रेडिट सिस्टम कब और कैसे लागू होगा , छात्रों को इससे क्या फायदा होगा
Credit system in Hindi :नई एजुकेशन पालिसी के तहत शिक्षा के क्षेत्र में में कई बदलाव होने है जिसके तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अगले शैक्षणिक सत्र यानी 2024-25 से स्कूलों में क्रेडिट सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत कक्षा 9 से 12 वीं तक की कक्षा में पढ़ाई पूरी करने में कम से कम 1200 घंटे पूरे करने पर छात्रों को 40 क्रेडिट अंक मिलेंगे। यह क्रेडिट सभी विषयों में परीक्षा पास करने पर मिलेंगे और मार्कशीट में ग्रेड के सामने यह क्रेडिट दर्ज होगा। यह क्रेडिट छात्रों के एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (डिजी लॉकर) में भी जमा होते रहेंगे। ऐसा क्रेडिट सिस्टम उच्च शिक्षा में पहले से ही लागू है
क्रेडिटाइजेशन का उद्देश्य व्यावसायिक और सामान्य एजुकेशन के बीच शैक्षणिक समानता लाना है इस उद्देश्य के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अनुसार , UGC ने 2022 में नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCRF ) पेश किया।अगर किसी छात्र ने वोकेशनल कोर्स किया या सामान्य पढ़ाई की , इसके तहत वोकेशनल कोर्स से सामान्य पढ़ाई अथवा सामान्य पढ़ाई से वोकेशनल कोर्स में क्रेडिट ट्रांसफर के जरिए आसानी से दाखिला ले सकता है
क्या है क्रेडिट सिस्टम
यह विकसित देशों की शिक्षा व्यवस्था में प्रचलित है। इससे यह पता चलता है कि पढ़ाई या सीखने के दौरान छात्र के पास कितना वर्कलोड था, चाहे उसने उस दौरान कोई वोकेशनल कोर्स किया हो या कोई अकादमिक विषय पढ़ा हो
National Credit Framework : नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क
10वीं पास छात्र को क्रेडिट लेवल-3 , 12वीं पास छात्र को क्रेडिट लेवल-4 , ग्रेजुएट को लेवल-6, पोस्ट ग्रेजुएट को लेवल-7 और पीएचडी को लेवल-8 माना जायेगा । सीबीएसई के प्रस्ताव के अनुसार अगले सत्र से कक्षा 9 व 10 के छात्रों के लिए मौजूदा 5 विषयों के स्थान पर 10और कक्षा 11 व 12 के छात्रों के लिए से मौजूदा 5 विषयों के स्थान पर 6 विषय अनिवार्य होंगे।
इसमें सेकेंडरी स्तर पर तीन भाषा विषय होंगे जिसमे दो भारतीय भाषाए रहेगी और सीनियर सेकंडरी स्तर पर दो भाषा विषय होंगे जिसमे एक भारतीय भाषा रहेगी । सीनियर सेकंडरी स्तर पर छात्र के पास एक अतिरिक्त वैकल्पिक विषय लेने का ऑप्शन भी रहेगा |
ऐसा ऑप्शन सेकेंडरी के छात्र के पास भी होगा कि वे अतिरिक्त अकादमिक विषय पढ़कर या कौशल सीखकर या गैर-अकादमिक गतिविधियों जैसे स्पोर्ट्स, संगीत, नाटक कला , एनएसएस, ओलिंपियाड,एनसीसी में शामिल होकर ज्यादा क्रेडिट भी हासिल कर सकता हैं।
Credit system in secondary and senior secondary : सेकेंडरी और सीनियर सेकंडरी में क्रेडिट सिस्टम
For Class 9th & 10th
Subject | hours | Credit |
Language-1 | 120 | 4 |
Language-2 | 120 | 4 |
Language-3 | 120 | 4 |
Mathematics | 150 | 5 |
Science | 150 | 5 |
Social Science | 150 | 5 |
Environment Edu. | 120 | 4 |
Vocational Edu. | 150 | 5 |
Physical Edu. | 60 | 2 |
Art | 60 | 2 |
Total | 1200 | 40 |
For Class 11th & 12th
Subject | hours | Credit |
Language-1 | 180 | 6 |
Language-2 | 180 | 6 |
Subject-1 | 210 | 7 |
Subject-2 | 210 | 7 |
Subject-3 | 210 | 7 |
Subject-4 | 210 | 7 |
Subject-5 | 210* | 7* |
Total | 1200-1410* | 40-47* |
* ऑप्शनल विषय नहीं लेने पर क्रेडिट स्कोर 40 माना जायेगा